अधिकतर लोग अपने जीवन के किसी न किसी चरण में अवसादग्रस्त महूसस करते हैं, किंतु कुछ भावनाएं अधिक तीव्र होती है और लम्बे समय तक चलती हैं।
इस प्रकार के अवसाद को आसानी से ‘दूर नहीं किया जा सकता’ है। और ऐसे व्यक्ति को यह कहना कि ‘मुस्कुराओ’ या ‘अपने को संभालो’ से कोई लाभ नहीं होता है। यह इतना सरल नहीं है।
किंतु फिर भी एक आशा होती है। अवसाद एक ऐसी चिकित्सकीय परिस्थिति है जिसका आमतौर पर उपचार करना संभव है। डॉक्टर इसके लिए दवाइयों अथवा थेरेपी की सलाह दे सकता है।- या फिर दोनों की सलाह दी जा सकती है।
सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि सहायता प्राप्त की जाए।
ऐसे लक्षण जिन पर ध्यान देना आवश्यक है:
- अवसादग्रस्त – दिन में अधिकतर, प्रति दिन
- मूड बदलना – एक मिनट में ऊंचाई पर और दूसरे ही मिनट में नीचे
- ऊर्जा का अभाव और जीवन में से रुचि का अभाव
- चिड़चिड़ापन एवं बैचेनी
- निद्रा अनियमितता – बहुत अधिक या बहुत कम सोना
- वजन का अत्यधिक रूप से बढना या कम होना
- तुच्छता और अपराध बोध
- एकाग्रचित होने या स्पष्ट रूप से सोचने में कठिनाई
- सैक्स रुचि समाप्त होना
- मृत्यु के ख्याल आना और आत्महत्या का विकल्प सूझना
यदि आप किसी व्यक्ति को जानते हैं जो लम्बे समय से चल रहे अवसाद से पीड़ित है :
उसे डॉक्टर अथवा स्वास्थ्य विशेषज्ञ से मिलने के लिए प्रेरित कीजिए
उसके साथ रहिए। हमारे “हाउ टु हेल्प” पृष्ठ पढ़िए।